परीक्षा केंद्र तैयार | देखें परीक्षा केंद्र की व्यवस्था:-बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित इंटर बोर्ड परीक्षा की तैयारी में शिक्षा विभाग जुट गया है. है. आगामी पहली फरवरी से होने वाली इस परीक्षा को लेकर गुरुवार को जिला शिक्षा – कार्यालय के सभागार में केंद्राधीक्षकों के साथ बैठक आयोजित की गई.
व्यवस्थित और कदाचारमुक्त परीक्षा की युद्धस्तर पर पूरी करें तैयारी: डीपीओ
माध्यमिक शिक्षा की डीपीओ गार्गी कुमारी की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में परीक्षा केंद्र बने स्कूलों में बेंच डेस्क की उपलब्धता और स्थिति को लेकर कर चर्चा हुई. डीपीओ माध्यमिक गार्गी कुमारी ने कहा कि पूर्णतया व्यवस्थित और कदाचारमुक्त परीक्षा की सभी तैयारी युद्ध स्तर पर पूरी की जाय.
परीक्षा केंद्र बने सभी विद्यालयों में 25 जनवरी तक में बेंच डेस्क की कमी को पूरा कर लेने का निर्देश
जिन विद्यालयों में बेंच डेस्क नहीं है वह बगल के अटैच किए हुए विद्यालय से बेंच डेस्क मंगा सकते हैं. बैठक के दौरान पता चला कि अभी भी 20 परीक्षा केंद्रों पर बेंच देश की कमी है. ऐसे सभी केंद्राधीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वह बगल के अटैच किए हुए विद्यालय में जाकर बेंच डेस्क ले सकते हैं|
तैयारी.
केंद्राधीक्षकों के साथ डीपीओ ने की बैठक, संसाधन की उपलब्धता की समीक्षा
इसके अलावा विद्यालय में सीसीटीवी कैमरा सहित अन्य उपकरणों को लेकर चर्चा की गई है. जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण द्वारा सभी केंद्र अधीक्षकों को पहले से ही अटैच किए गए विद्यालयों में बेंच डेस्क लेने का निर्देश दे दिया है. 25 तारीख तक सभी विद्यालयों में बेंच डेस्क की कमी को पूरा कर लेना है. केंद्राधीक्षकों को संबंधित परीक्षा केंद्रों का स्थलीय निरीक्षण कर उपलब्ध सुविधाओं के आकलन के साथ कमियों को दुरुस्त करने का टास्क सौंपा गया है.
कदाचार पर रद्द होगी केंद्र की परीक्षा
एक फरवरी से इंटर व 17 फरवरी से मैट्रिक की परीक्षा शुरू होने जा रही है. परीक्षा कदाचारमुक्त हो, इसको लेकर तैयारी पूरी की जा रही है. परीक्षा के दौरान सभी केंद्रों पर कदाचारमुक्त परीक्षा कराने के लिए अपील प्रकाशित की जायेगी. कदाचार मुक्त अपील की छायाप्रति केंद्राधीक्षक परीक्षा केंद्र के प्रवेश द्वार पर चस्पा करेंगे.
इंटर व मैट्रिक परीक्षा. केंद्राधीक्षक व दंडाधिकारी पर भी की जायेगी कार्रवाई
कदाचार न हो इसकी पूरी जिम्मेदारी बांट दी गयी है. परीक्षा केंद्र के बाहर की व्यवस्था के लिए दंडाधिकारी एवं पुलिस बल तथा परीक्षा केंद्र के भीतर की व्यवस्था के लिए केंद्राधीक्षक एवं उनके साथ शामिल कर्मी की सामूहिक जिम्मेदारी होगी. कदाचार की स्थिति में नकल करने वाले परीक्षार्थियों एवं इसमें सहयोग करने वाले अभिभावकों के साथ-साथ परीक्षा व्यवस्था में जुड़े सभी कर्मियों पर कार्रवाई होगी.
प्रावधानों को सख्ती से किया जायेगा लागू
बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम 1981 के प्रावधानों को सख्ती से लागू किया जायेगा और दोषियों को दंडित किया जायेगा. सामूहिक कदाचार होने पर नियमानुसार उस केंद्र की परीक्षा रद्द कर दी जायेगी.
कदाचारमुक्त परीक्षा कराने की तैयारी
बोर्ड ने कहा है कि मैट्रिक और इंटर परीक्षा में केंद्राधीक्षक का दायित्व किसी दूसरे व्यक्ति के हाथ में नहीं देंगे. केंद्राधीक्षक अपने परीक्षा केंद्र पर आगंतुक का हस्ताक्षर लेंगे. परीक्षा केंद्र पर निरीक्षण के दौरान उपस्थिति जोनल, सुपर जोनल अधिकारी, राज्य सरकार द्वारा प्रतिनियुक्त नोडल पदाधिकारी, उड़नदस्ता पदाधिकारी से विजिटर रजिस्टर पर भ्रमण के दौरान टिप्पणी प्राप्त करेंगे.
वीक्षक ओएमआरशीट और कॉपी पर छपे फोटो से करेंगे पहचान
सहायक केंद्राधीक्षक परीक्षा केंद्र पर प्रत्येक पाली में परीक्षा में सम्मिलित 25 प्रतिशत परीक्षार्थियों की पहचान उनके एडमिट कार्ड, उत्तरपुस्तिका एवं ओएमआर पर मुद्रित फोटो से स्वयं करेंगे, वीक्षक ओएमआर उत्तर पत्रक व उत्तरपुस्तिका पर किये गये हस्ताक्षर और छात्र के द्वारा ओएमआर उत्तर पत्रक व उत्तरपुस्तिका में निर्देशित स्थान पर दिये गये निर्देश के अनुसार प्रश्न-पत्र क्रमांक एवं प्रश्न पत्र के सेट कोड सही-सही अंकित की गयी है या नहीं, को सूक्ष्मतापूर्वक देखेंगे.
प्रत्येक 25 परीक्षार्थियों पर एक वीक्षक एवं एक कमरे में न्यूनतम दो वीक्षकों की प्रतिनियुक्ति केंद्राधीक्षक करेंगे. चार वीक्षकों पर एक रिलीवर की व्यवस्था केंद्राधीक्षक करेंगे. रिलीवरों की ड्यूटी चार्ट में स्पष्ट रूप से कमरे की संख्या अंकित की जायेगी.
एक हजार से अधिक परीक्षार्थी होने पर तीन सहायक केंद्राधीक्षक होंगे नियुक्त
केंद्राधीक्षक अपने केंद्र पर वरीयता के आधार पर उप केंद्राधीक्षक के रूप में अपने विद्यालय के वरीय सहायक शिक्षक की नियुक्ति करेंगे. उप केंद्राधीक्षक और केंद्राधीक्षक की सहमति से वीक्षण कार्य के लिए प्रत्येक पाली में वीक्षकों की प्रतिनियुक्ति करेंगे. केंद्राधीक्षक एवं उप केंद्राधीक्षक के सहयोग के लिए केंद्राधीक्षक, सहायक केंद्राधीक्षक की प्रतिनियुक्ति करेंगे.
परीक्षा समाप्त होने के बाद ही जा सकेंगे बाहर
पांच सौ तक परीक्षार्थी वाले केंद्र पर एक सहायक केंद्राधीक्षक, पांच सौ से एक हजार परीक्षार्थी पर दो सहायक केंद्राधीक्षक एवं एक हजार से अधिक परीक्षार्थी पर तीन सहायक केंद्राधीक्षक की नियुक्ति की जायेगी, परीक्षा के दौरान परीक्षार्थी को केंद्र छोड़ने की अनुमति नहीं दी जायेगी. जब तक कि परीक्षा समाप्त नहीं हो जाती है, परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्र के अंदर ही शौचालय जाने की अनुमति होगी.